बिजनौर से रहा चौधरी अजीत सिंह का गहरा नाता, बिलाई चीनी मिल की दी थी सौगात
|
रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह का बिजनौर की धरती से गहरा नाता था। उनकी बड़ी बहन ज्ञानवती और छोटी बहन शारदा की शादी बिजनौर में हुई थी। यही कारण था कि बिजनौर के लोगों से लगाव था और बार बार बिजनौर जाना लगा रहता था। इतना ही नहीं बिलाइ चीनी मिल भी चौधरी साहब की देन थी। 2005 में उन्होंने बिजनौर आकर इस चीनी मिल का भूमि पूजन किया था।
चांदपुर को मिनी छपरौली भी कहा जाता है। चांदपुर को मिनी छपरोली इसलिए कहा जाता है कि चौधरी साहब जिसे भी टिकट देते थे वह चुनाव जीत जाता था। चांदपुर विधानसभा से दो बार धर्मवीर सिंह उर्फ मंगू सिंह, एक बार तेजपाल सिंह अमरउद्दीन उर्फ बादशाह चुनाव जीते थे। चौधरी अजीत सिंह की बड़ी बहन ज्ञानवती की शादी के बिजनौर के गांव हाजीपुर में हुई थी। बाद में वह बिजनौर के गांव आदमपुर में आकर रहने लगे थे। ज्ञानवती के पति सत्येंद्र पाल सिंह महाराष्ट्र में डीजीपी के पद पर रिटायर हुए थे। चौधरी अजीत सिंह की छोटी बहन शारदा की शादी बिजनौर मिलक गांव के वासुदेव सिंह के साथ हुई थी।
जो बाद में अमेरिका में जाकर बस गए थे। चौधरी अजीत सिंह की बड़ी बहन ज्ञानवती ने 1993 में चांदपुर विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन वह चुनाव हार गई थी। चौधरी अजीत सिंह का आखरी बिजनौर का दौरा लोकसभा चुनाव से पहले हल्दौर में बड़ी जनसभा की थी। 15 नवंबर 2018 को चौधरी अजीत सिंह विशाल जनसभा में गरजे थे। रालोद के जिला अध्यक्ष राहुल सिंह के मुताबिक यह चौधरी अजीत सिंह की बिजनौर की आखिरी जनसभा थी।