कोरोना संकट के दौरान अप्रत्याशित तौर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग : डॉ. हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड के प्रकोप ने अप्रत्याशित तौर पर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग है। हमारी स्वास्थ्य सुविधाएं और कार्यबल वर्तमान में महामारी को नियंत्रित करने से संबंधित गतिविधियों की अधिकता से भरे हुए हैं। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त करने और गैर संक्रामक रोगों (एनसीडी) के कारण समय से पहले होने वाली मौतों को कम करने के लिए, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बदलने की जरूरत है। सार्वजनिक स्वास्थ्य का दृष्टिकोण सतत तौर पर विकास लक्ष्य में किसी को भी नहीं छोड़ना  रेखांकित करता है और सभी शेयरहोल्डर से कार्रवाई का आह्वान करता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एनसीडी (गैर संक्रामक रोग) का डेटा हमारे लिए उम्मीद की किरण है; जबकि 70 फीसद वैश्विक मौतें एनसीडी के कारण होती हैं। भारत में यह लगभग 63 फीसद है। हम भारत सरकार द्वारा निवेश के कारण 2015-2019 से एनसीडी से संबंधित समय से पहले होने वाली मौतों को 503 से 490 प्रति 100,000 जनसंख्या तक कम करने में सक्षम हुए हैं।

ज्ञात हो कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों से देश में कोरोना महामारी का प्रकोप कम होता नजर आ रहा है। 40 दिनों बाद आज 2 लाख से भी कम कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। मंत्रालय ने आज सुबह बताया है कि पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के 1,96,427 नए मामले सामने आए और 3,511 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद  कुल संक्रमितों का अब तक का आंकड़ा 2,69,48,874 हो गया और  कुल मौतों की संख्या 3,07,231 है। वहीं 24 घंटों में 3,26,850 लोगों ने कोराना वायरस को मात दे दिया।