इंजेक्शन न मिलने पर निकालनी पड़ी महिला की आंख, कोरोना के बाद हुआ था ब्लैक फंगस

फरीदाबाद : [मामेन्द्र कुमार ] फरीदाबाद के निजी मेट्रो अस्पताल मे कोरोना के चलते बुजुर्ग महिला एडमिट हुई। महिला कोरोना से ठीक हुई तो 13 मई को ब्लैक फंगस से पीड़ित पाई गई। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने सरकार से गुहार लगाई कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए कारगर इंजेक्शन उपलब्ध कराये जाएं। इंजेक्शन मिले तो पर जितने मिलने चाहिए थे उतने नहीं मिले जिसके चलते बुजुर्ग महिला की ऑपरेशन करके आंख निकालनी पड़ी। अभी और इंजेक्शन की जरूरत है लेकिन हर जगह गुहार लगाने पर भी इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा, लिहाजा अब मरीज की जान पर बन आई है।

मरीज के बेटे महेंदर ने बताया कि उनकी माता को सरकार से 10 दिन में सिर्फ 6 इंजेक्शन ही मिले हैं अब तक जिससे जरूरत अनुसार इंजेक्शन न मिलने पर दिमाग में ब्लैक फंगस का खतरा बन गया है, जिससे जान भी जोखिम में आ गई है। डॉक्टर के अनुसार पीड़िता को रोजाना 5 इंजेक्शन की जरूरत होती है लेकिन अब तक सिर्फ 6 ही मिले हैं। शरीर में ब्लैक फंगस आंखों में होने की वजह से ऑपरेशन करके डॉक्टरों को आंख बाहर निकालनी पड़ी।

अब महिला के बेटे ने इंजेक्शन के लिए सरकार से गुहार लगाते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, फरीदाबाद के जिला उपायुक्त यशपाल यादव को भी ट्वीट किया है। पीड़ित महिला के बेटे का कहना है जिस अस्पताल में उनकी माता एडमिट है उस अस्पताल के द्वारा विभाग को लिखने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे।