चीन में रफ्तार पकड़ रही टीकाकरण मुहिम, ग्वांगझोउ में कोविड के 15 नए मामले

बीजिंग : चीन के दक्षिणी प्रांत ग्वांगझोउ में कोविड-19 के 15 और नए मामले सामने आए हैं। खबरों के अनुसार, यहां फैलने वाला कोरोना वायरस का नया स्वरूप पहले से कहीं अधिक तेजी से फैलता है। ग्वांगझोउ की सीमाएं बंद कर दी गई हैं और प्रांत से बाहर जाने के लिए किसी भी व्यक्ति को संक्रमण मुक्त होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट दिखानी होगी, जो 72 घंटे के अंदर की हो। ग्वांगझोउ के एक अस्पताल के मुख्य संक्रामक रोग विशेषज्ञ के  अनुसार मरीजों में संक्रमण की दर पहले से अधिक है, जिससे यह आसानी से, तेजी से फैल रहा है। इस अस्पताल में ही हाल में संक्रमित हुए लोगों का इलाज चल रहा है। हांगकांग की सीमा से लगे ग्वांगझोउ में बृहस्पतिवार तक कोविड-19 के करीब 50 मामले सामने आ चुके थे।

इस बीच चीन ने पिछले महीने मात्र पांच दिन में कोविड-19 टीकों की 10 करोड़ खुराक लगाई।  चीन की टीकाकरण मुहिम की शुरुआत भले ही धीमी रही हो लेकिन अब वह अपने सभी उपलब्ध संसाधनों की मदद से इस मुहिम की गति तेज कर रहा है। चीनी जन स्वास्थ्य नेताओं ने उम्मीद जताई है कि इस साल के अंत तक 1.4 अरब की आबादी में से 80 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण हो जाएगा। चीन मंगलवार तक 68 करोड़ से अधिक खुराक दे चुका था, जिनमें से करीब आधी खुराकें मई में दी गईं। ऑनलाइन अनुसंधान साइट ‘अवर वर्ल्ड इन डेटा’ के अनुसार, वैश्विक स्तर पर दी गईं 1.9 अरब खुराक में से करीब एक तिहाई खुराक चीन में लगाई गई हैं। चीन में समाज का हर वर्ग टीकाकरण कराने की अपील कर रहा है। कंपनियां अपने कर्मियों को टीकाकरण का प्रस्ताव दे रही है और स्कूल अपने छात्रों एवं कर्मचारियों से टीकाकरण कराने का अनुरोध कर रहे हैं।

‘अवर वर्ल्ड इन डेटा’ के सात दिन के औसत के अनुसार चीन में अब हर रोज एक करोड़ 90 लाख लोगों का टीकाकरण हो रहा है। यह इटली में हर तीन दिन में हरेक को टीके की खुराक लगाए जाने के बराबर है। अमेरिका की आबादी चीन की एक चौथाई के बराबर है। अमेरिका में अप्रैल में प्रतिदिन करीब 34 लाख खुराक लगाई गईं। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि चीन में कितने लोगों का पूरी तरह टीकाकरण हो चुका है, क्योंकि सरकार सार्वजनिक रूप से यह आंकड़ा जारी नहीं करती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के विशेषज्ञों के समूह के प्रमुख झोंग नानशान ने रविवार को बताया कि देश की 40 प्रतिशत आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है और इस महीने के अंत तक इस आबादी का पूरी तरह टीकाकरण करने का लक्ष्य है।