बड़ी खबरः SIT के आगे पेश होंने से प्रकाश सिंह बादल का इंकार

चंडीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल ने सोमवार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और कोटकपूरा गोलीकांड की जांच के लिए गठित की नई एस.आई.टी. के आगे पेश होने से मना कर दिया है।  दरअसल, इस जांच के लिए गठित की नई एस.आई.टी. द्वारा पूछताछ के लिए प्रकाश सिंह  बादल को सम्मन भेजा गया था लेकिन उन्होंने सेहत का हवाला देते हुए एस.आई.टी. के आगे पेश होने से इंकार कर दिया। बता दें कि एस.आई.टी. ने बादल को 16 जून को सुबह 10.30 बजे मोहाली के फेज-8 में स्थित पी.एस.पी.सी.एल. के गैस्ट हाऊस में बुलाया था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को इससे पहले ए.डी.जी.पी. प्रबोध कुमार की अगुवाई वाली एस.आई.टी. ने भी पूछताछ के लिए बुलाया था। इससे पहले एस.आई.टी. पंजाब पुलिस के 3 वरिष्ठ अधिकारियों पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सिंह सैनी, डी.जी.पी. (पी.एस.पी.) इकबालप्रीत सहोता और स्पैशल डी.जी.पी. होमगार्ड रोहित चौधरी से भी पूछताछ कर चुकी है जबकि आई.जी. परमराज उमरानंगल एस.आई.टी. के समक्ष पेश नहीं हुए। वहीं 3 एस.पी., 2 डी.एस.पी. और 2 इंस्पैक्टर स्तर के अधिकारियों से भी पूछताछ की जा चुकी है। सिख संगठनों के आह्वान पर सिख संगत द्वारा कोटकपूरा के मेन चौक में प्रदर्शन किया जा रहा था। यह प्रदर्शन पूरे राज्य में फैल गया था। बाद में 14 अक्तूबर को पुलिस पर पहले कोटकपूरा के मेन चौक में तथा बाद में कोटकपूरा बङ्क्षठडा रोड पर गांव बहबल कलां में प्रदर्शन कर रही संगत पर फायरिंग करने का आरोप लगा था। बहबल कलां फायरिंग में गांव सरावां वासी गुरजीत सिंह और बहबल खुर्द वासी कृष्ण भगवान सिंह की मौत हो गई थी।