एबुंलेंस ना मिलने पर बाइक पर लाया गया शव, MP के लाचार सिस्टम की मुंह बोलती तस्वीर

 

मंडला : स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के नाम पर लाखों करोड़ों खर्च किये जाते हैं लेकिन फिर भी मूलभूत सुविधाएं आम लोगों तक नहीं पहुंच पाती। ऐसा ही ताजा मामला मध्य प्रदेश के मंडला से सामने आया है,  जो कि इंसानियत क़ो शर्मसार कर रहा हैं। सुविधाओं के अभाव में मजबूरी वश परिजनों क़ो मृतक का शव बाइक में ले जाना पड़ा।

दरअसल चेतराम यादव मुगदरा गांव निवासी क़ो तेज सीने मे दर्द हुआ, जिन्हें परिजनों द्वारा नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र बहमनी बंजर लाया गया, लेकिन उनके वहां पहुंचने पर उनकी मौत हो गई। परिजनों क़ा कहना हैं जब उन्हें स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था, तब कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। परिजनों के सामने शव क़ो ले जाने वाहन की समस्या थी। उन्होने अस्पताल प्रबंधन से वाहन की मांग की लेकिन उन्हें कोई एंबुलेंस उपलब्ध नहीं करवाई गई और ना ही शव वाहन। मजबूरी वश शव को बाइक में लादकर गांव तक लाया गया।

गांव में इस घटना के बाद काफी रोष देखा जा रहा। लोगों क़ा कहना हैं कि जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाये। जब इस बारे में स्वास्थ्य केन्द्र के bmo से बात की गई तो तो वे भी अपना पल्ला झाड़ते नजर आए। उनका कहना था कि एंबुलेंस के ड्राइवर क़ो वैक्सीन लगा हैं उसे बुखार हैं। हमने शव के लिऐ प्राइवेट वाहन की बात की थी लेकिन पीड़ित परिजन नहीं माने और अपनी बाइक मे शव क़ो गांव ले गऐ, तो वही bmo नें शव वाहन ना होने की बात स्वीकारी।