सम्भल हिंसा पूरी तरह से प्रायोजित और जनता के साथ विश्वासघात: अदनान अशरफ

ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के मीडिया इंचार्ज अदनान अशरफ ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर देश में जगह जगह हो रहे दंगे और हिंसा का जिम्मेदार ठहराया।

अदनान अशरफ़, मीडिया इंचार्ज, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी

नई दिल्ली: सम्भल में हो रही हिंसा के लिए कांग्रेस नेता अदनान अशरफ ने भाजपा सरकार को इसका जिम्मेदार बताते हुए प्रशासन को इस हिंसा में भी भाजपा का सहयोगी ठहराया उन्होंने कहा कि सम्भल कोर्ट में मंदिर मस्जिद विवाद को लेकर जो याचिका दायर होने की थी उस याचिका का उद्देश्य ही झूठे विवाद को जन्म देना था और विवाद को पुख़्ता करना था। कांग्रेस मीडिया इंचार्ज अदनान अशरफ ने कहा कि जिस तेज़ी से याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वे का आदेश दिया गया वो आम जनता के विश्वास को तोड़ने वाला है क्योंकि दायर याचिका पर दूसरे पक्ष की सुनवाई के बिना ही आदेश कर दिया गया और उसी दिन दो घंटे के अंदर सर्वे कराया गया और साथ साथ ही रिपोर्ट दाखिल कर दी गई वो चौंकाने वाला है कि इतनी जल्दबाजी और तेज़ी की जरूरत क्यों पड़ी कि न्यायालय ने दूसरे पक्ष को सुने बिना दूसरे पक्ष को नोटिस किए बिना दूसरे पक्ष को समय दिए बिना तुरंत याचिका स्वीकार कर जबकि सरकार और सुप्रीम कोर्ट अक्सर कहता है कि न्यायालयों में लाखों मामले लंबित है और मामलों का न्यायालयों पर अत्यधिक बोझ है।अदनान अशरफ ने कहा कि क्या इस मामले में याचिका पर फैसला करते समय न्यायालय को सावधानी संयम बरतने की आवश्यकता नहीं थी ? और जिस तरह से पहली बार सर्वे की गई टीम के साथ जामा मस्जिद की कमेटी और सम्भल की जनता ने सर्वे में पूरी तरह से सहयोग किया वो काफी था फिर अचानक बिना न्यायालय के आदेश के बाद दोबारा सर्वे के लिए टीम का जाना उनके मंशा और साज़िश की तरफ इशारा करता है क्योंकि सरकार के इशारे पर प्रशासन चाहता था कि दंगा हो और प्रशासन को हैरानी थी कि पहली बार में सारा सर्वे शांतिपूर्वक कैसे हो गया इसी वजह से माहौल खराब करने की मंशा को लेकर न्यायालय का दूसरे आदेश न होने के बावजूद दोबारा दूसरा सर्वे जिला प्रशासन द्वारा ज़बरन किया गया और इसी दौरान पुलिस के अधिकारियों द्वारा तमाशा देख रही जनता को गालियां दी गई और प्रशासन की पहल पर माहौल खराब करना शुरू कर दिया गया जिसे बाद में दंगे का नाम दे दिया गया और जिस तरह से पुलिस की गोली ने 5 बेगुनाह नौजवानों की जिंदगी को खत्म कर दिया गया और प्रदेश सरकार द्वारा न उन अधिकारियों पर कोई कार्यवाही की गई और ना भाजपा और सरकार से जुड़े किसी बड़े नेता ने इस कार्यवाही पर कोई अफसोस ज़ाहिर किया और बेगुनाह मारे गए नौजवानों के परिवार वाले को लिए संवेदना का एक शब्द बोला गया वो साफ ज़ाहिर करता है कि यह दंगा पूरी तरह से प्रायोजित था और भाजपा सरकार के इशारे पर सम्भल ज़िला प्रशासन इस दंगे में पूरी तरह से सरकार का सहयोगी और हिस्सेदार रहा और आज बेगुनाह लोगों पर सरकार द्वारा अनएसए लगाए जाने की प्रक्रिया से देश का संविधान शर्मसार हो रहा है भाजपा सरकार जिस तरह से देश में लोकतंत्र को संविधान को हर दिन कुचलने का काम कर रही है वो देश की आम जनता के प्यार एकता और हिंदुस्तान की गंगी जमुनी तहजीब के लिए प्रतिदिन घातक होती जा रही है और भाजपा ने समाज में आज नफरत का बोलबाला कर दिया है इस दौरान मैं सम्भल की जनता से अपील करता हूं कि शुरू से लेकर आज तक आप लोगो ने जिस तरह शांति बनाए रखी है आगे भी आप लोग शांति बनाए रखें