देश को बचाना है तो कांग्रेस सरकार को वापस लाना होगा: मौलाना अंसार रजा

दिल्ली के मुसलमानों से अपील है कि वह भावुक होने के बजाय समझदारी से काम लें।

मौलाना अंसार रजा, चेयरमैन गरीब नवाज़ फाउंडेशन

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिम वोटों की अहमियत बताते हुए गरीब नवाज फाउंडेशन के चेयरमैन और मशहूर विद्वान मौलाना अंसार रजा ने कहा कि आज हम ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां अंतिम फैसला लेने की जरूरत है ताकि बंटवारा न हो सके। मुस्लिम वोटों को रोका जा सकता है। एक ईमानदार, धर्मनिरपेक्ष और मानवतावादी व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि चुना जाना चाहिए। आज यहां उर्दू पत्रकारों से विशेष मुलाकात में मौलाना अंसार रजा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुसलमानों से भावुक न होने और समझदारी दिखाने की अपील करते हुए कहा कि इस समय दिल्ली में तीन महत्वपूर्ण राजनीतिक दल सत्ता के लिए संघर्ष कर रहे हैं जो एक ऐसी पार्टी है जिसकी पूरी राजनीति मुस्लिम विरोधी पर आधारित है और यही कारण है कि 2014 में केंद्रीय सत्ता में आने के बाद एक सुनियोजित साजिश के तहत मस्जिद के नीचे खोद कर मंदिरों को निकालने का निरंतर काम कर रहा है और इस तरह बहुसंख्यक समाज में मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्हों ने कहा कि दिल्ली में सत्ताधारी पार्टी की भी अपनी राजनीति है, जो मुसलमानों का वोट तो हासिल करना चाहती है लेकिन उन्हें अपने साथ और ध्यान में रखने को तैयार नहीं है। मौलाना अंसार रज़ा ने कहा कि सरकारें झूठ से नहीं चलतीं, कितना झूठ बोलेंगे और कब तक बोलेंगे? झूठ को भी एक दिन शर्मसार होना पड़ेगा और ये दोनों पार्टियां झूठ बोलकर अपनी राजनीति कर रही हैं। मौलाना रजा ने कहा कि दिल्ली में 15 साल तक शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार रही और शीला सरकार के दौरान दिल्ली में कितनी प्रगति हुई यह सबने देखा है। मौलाना अंसार रजा के मुताबिक अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के लोग चिल्ला रहे हैं कि कांग्रेस को वोट देकर बीजेपी जीत जाएगी, जबकि वे खुद मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं और उनका वोट बीजेपी को बांटकर उनकी जीत सुनिश्चित करने पर तुले हुए हैं। गरीब नवाज फाउंडेशन के चेयरमैन ने कहा कि एक दौर था जब कहा जाता था कि मुसलमान जहां भी जाएगा सरकार उसकी होगी लेकिन 2014 के बाद इस विचार को खत्म कर दिया गया, लेकिन अब हम उसी विचार को वापस लाना चाहते हैं। हम अपनी स्थिति वापस वहीं लाना चाहते हैं जहां हम 2014 से पहले थे।’ उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस की सरकार थी देश में कहीं भी मस्जिद के नीचे मंदिर नहीं निकलता था और न ही मंदिर के नीचे मस्जिद निकलती थी। मौलाना अंसार रजा ने असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई का नाम लिए बिना कहा कि इन दिनों कुछ प्रचारक दिल्ली में घूम रहे हैं और शफाउलर रहमान और ताहिर हुसैन के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 5 साल पहले जब शफाउर रहमान और ताहिर हुसैन जेल गए थे तो उन्होंने उनकी मदद क्यों नहीं की? कितने वकील नियुक्त किये गये, कितनी जानकारी दी गयी? आज जब चुनाव आया तो उन्हें शफाउर रहमान और ताहिर हुसैन की याद आ गई और भावनात्मक बातें करके मुसलमानों को गुमराह करना शुरू कर दिया। मौलाना अंसार रज़ा ने ’15 मिनट’ वाक्यांश का इस्तेमाल मुसलमानों को बदनाम करने, गुमराह करने और भावुक करने के लिए करने का आरोप लगाया और कहा कि मैं इन दोनों भाइयों की स्थिति जानता हूं अगर उनके पास ऐसा करने की ताकत होती तो वे कुछ नहीं करते।’ ‘डी राजा सिंह’ हैदराबाद में रहने वाला इतना बड़ा गैंगस्टर है वह उसका बाल भी बांका नहीं कर पाए, वह सिर्फ मुसलमानों को बेवकूफ बनाता है, ज्यादा बोलूंगा तो जान से मारने की धमकी मुझे मिल जाएगी। इसलिए मैं दिल्ली के लोगों से कहना चाहता हूं कि उन्होंने भावनात्मक बातें करके पूरे महाराष्ट्र को बर्बाद कर दिया है अब दिल्ली के लोगों को उनके बहकावे में नहीं आना चाहिए, समझदारी से काम लेना चाहिए और बेहतर भविष्य के लिए एक अच्छा प्रतिनिधि चुनना चाहिए।