सलमान खुर्शीद साहब का पैनल ही सेंटर को भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे ले जायगा: एस एम खान, उपाध्यक्ष IICC

इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर का चुनाव 11 अगस्त 2024 को होना है जहां एक ओर सभी पैनलों के अपने अपने दावे जीत को ले कर हैं वहीं इस बार सैंटर को क़रीब से जो देखते हैं उनका मानना है की इस बार वोटर ख़ुद बहुत समझदार है और वह सैंटर के हितों को ले कर बहुत जागरूक भी है। इस लिए समय से पहले कोइ तर्क देना उचित नहीं माना जायगा।

सलमान खुर्शीद साहब का पैनल ही सेंटर को भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे ले जायगा: एस एम खान, उपाध्यक्ष IICC

एस एम खान, बीओटी उम्मीदवार (सलमान खुर्शीद पैनल)

जर्नलिज्म टुडे संवाददाता

नई दिल्ली: जैसा कि आप जानते हैं कि इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है और इस का चुनाव 11 अगस्त 2024 को होना है।

इस चुनाव में कई उम्मीदवार और कई पैनल हैं, जो इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के सदस्यों के सर्वोत्तम हितों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हैं। परन्तु एक पैनल सलमान खुर्शीद साहब का है। इस पैनल में बीओटी सदस्य के तौर पर एसएम खान, निवर्तमान उपाध्यक्ष, IICC (2019-2024) और भारत के राष्ट्रपति के पूर्व प्रेस सचिव और भारत सरकार के महानिदेशक हैं। इन से जर्नलिज्म टुडे के संवादाता ने बात की जो अपने पाठकों के लिए यहां प्रस्तुत किया जा रहा है।

आप को महसूस होगा कि एस एम खान साहब ख़ुद कितने बडे़ और बहुत नेक स्वभाव के व्यक्तित्व हैं। उन्हों ने किसी भी क्षण और कहीं भी दूसरे पैनल में चुनाव लड़ रहे व्यक्ति की भांति हल्की बात नहीं की। उन्हों ने कहा की सभी सम्मानित सदस्य इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर के यह अच्छी तरह समझते हैं की सभी पैनल में अगर कोइ अच्छा पैनल है तो वह सलमान खुर्शीद साहब का है और मैं उस पैनल में बीओटी सदस्य के तौर पर चुनाव में शामिल हूं। जर्नलिज्म टुडे संवाददाता के प्रश्न पूछे जाने पर उन्हों ने सैंटर में अपने योगदान का ज़िक्र करते हुए कहा कि 

IICC के लगभग 4000 आजीवन सदस्य हैं, जिन्हें वोट देने का अधिकार था, लेकिन बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के कुछ सदस्यों के कहने पर शुरू किए गए विभिन्न विवादों और कानूनी लड़ाइयों के कारण माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक कोर्ट ऑब्जर्वर नियुक्त किया और लगभग 2000 सदस्यों ने अपना वोट देने का अधिकार खो दिया। निवर्तमान बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में, मैंने लिखित रूप से कोर्ट ऑब्जर्वर से सभी सदस्यों को वोट देने की अनुमति देने के लिए कई अनुरोध किए और सभी आजीवन सदस्यों के वोट देने के अधिकार को बहाल करने की मांग की, ताकि बाद में आम सभा इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय ले सके, हालांकि, दुर्भाग्य से कोर्ट ऑब्जर्वर सहमत नहीं हुए और लगभग 50% आजीवन सदस्यों के वोट देने के अधिकार बहाल नहीं किए गए। यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जो नई टीम चुनी जाए, वह सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक समृद्धि को बढ़ावा देने वाले समावेशी और प्रगतिशील वातावरण को बढ़ावा देकर IICC के मूलभूत उद्देश्यों और लक्ष्यों की रक्षा को प्राथमिकता दे। टीम को अंतर-धार्मिक संवाद और सहयोग के लिए काम करने का भी लक्ष्य रखना चाहिए, ताकि विभिन्न समुदायों के लिए सार्थक बातचीत में शामिल होने और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए एक मंच तैयार किया जा सके। चुनाव लड़ने वाले विभिन्न पैनलों और अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों में से, श्री सलमान खुर्शीद के नेतृत्व वाला पैनल, जो एक उच्च योग्य दूरदर्शी नेता हैं, IICC की सेवा कर सकते हैं और केंद्र को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। मैं सदस्यों से यह भी अनुरोध करना चाहूंगा कि वे उसी पैनल में न्यासी बोर्ड के सदस्य के लिए मेरी उम्मीदवारी का समर्थन करें। मैं सदस्यों से मेरा समर्थन करने और श्री सलमान खुर्शीद के पूरे पैनल के लिए वोट करने का आग्रह करता हूं, जो अनुभवी व्यक्तियों, युवा सदस्यों और महिलाओं का एक संतुलित मिश्रण है जो सामुदायिक सेवा के लिए समर्पित हैं। एस एम खान ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि यदि हम चुने जाते हैं तो यह टीम भारत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर IICC को और आगे बढ़ाएगी तथा एसोसिएशन के ज्ञापन में उल्लिखित उद्देश्यों और लक्ष्यों पर IICC के सदस्यों के हितों की रक्षा करेगी।