दिल्ली के सिविक सेंटर में भव्य उर्दू कवि सम्मेलन का आयोजन।
मुशायरे और कविता की एक अभूतपूर्व महफ़िल एक साथ एक ही मंच पर सजाई गई। यह एतिहासिक शाम उर्दू और हिंदी कवियों के नाम “अंदाज़ ए बयां और" दुबई एवं “बारादरी” गाज़ियाबाद की अनोखी पहल से संभव हुआ।




कार्यक्रम में देश के नामचीन शायरों और कवियों में अपनी शायरी और कविताओं से दर्शकों का मन मोह लिया। शायरों और कवियों ने दर्शकों की खूब वाह वाही एकत्र की। इस भव्य कार्यक्रम की शोभा देश के इन सभी शायरों और कवियों ने बढ़ाया। उन में मुख्य रूप से गोविंद गुलशन, मंगल नसीम , इक़बाल अशहर , अज़हर इक़बाल , अज़्म शाकरी, डॉ माला कपूर ‘गौहर’, महशर आफ़रीदी, सरिता शर्मा , पवन कुमार आईएएस ,ज़ुबैर अली ताबिश ,असलम राशिद ,अब्बास क़मर ,वरुण आनंद ,आशु मिश्रा,
मनु वैशाली ,हिमांशी बाबरा इत्यादि के नाम शामिल हैं।
देश के इन सभी वरिष्ठ एवं चर्चित शायरों और कवियों ने अपनी ग़ज़लों, शायरी और कविताओं से अपनी बहुत अच्छी छाप दर्शकों पर छोड़ी।
कार्यक्रम का संचालन अत्यंत ही प्रभावी ढंग से किया वरिष्ठ शायर जनाब अज़हर इक़बाल ने और इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ शायर आदरणीय गोविंद गुलशन ने किया। इस कार्यक्रम ने एक इतिहास रच दिया बल्कि कहा जाए की एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया जिसे शायद आने वाले समय में अंदाज़े बयां और बारादरी ही पुनः आयोजित करके अपने इस कीर्तिमान को फिर से एक नया आयाम दे पाएंगे।
कार्यक्रम में सभी शायरों और कवियों का सम्मान भी किया गया और सही मायने में सभी शायर व कविगण इस कार्यक्रम से अत्यधिक प्रभावित हुए हैं और वे सभी भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन अवश्य ही जुड़ना चाहेंगे।
कार्यक्रम में अनेक गणमान्य नागरिक शामिल हुए जिन में प्रमुख थे मटिया महल विधानसभा के माननीय विधायक आले मोहम्मद इकबाल, जर्नलिज्म टुडे ग्रुप के एडिटर इन चीफ जावेद रहमानी अथवा अनेक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं व्यवसायीगण भी शामिल हुए।
कार्यक्रम का समापन अत्यंत ही गरिमा पूर्ण तरीके से किया गया और आयोजकों ने सभी दर्शकों का, शायरों का और कवियों का अनेकानेक धन्यवाद दिया।