नमो केंद्र के प्रतिनिधिमंडल ने ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पी. टी. उषा से भेंट की, महिला सशक्तीकरण संगोष्ठी में होंगी मुख्यवक्ता।

मोदी युग में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास और विकसित भारत 2047 के लिए युवाओं और महिलाओं की भागीदारी पर की चर्चा।

नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र (नमो केन्द्र) के एक प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद पी. टी. उषा से दिल्ली स्थित ओलिंपिक भवन में भेंट की, नमो केंद्र ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास पर श्रीनगर में राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्यवक्ता के लिए आमंत्रित किया। दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी 17-18 जून, 2025 को श्रीनगर में आयोजित की जाएगी, और इसमें महिलाओं को सशक्त बनाने और विकसित भारत 2047 के विजन के लिए युवाओं को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

नमो केन्द्र के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अध्यक्ष प्रो. जसीम मोहम्मद ने किया, साथ ही सलाहकार परिषद के सदस्य डॉ. जावेद रहमानी और प्रो. दिव्या तंवर भी मौजूद थे। बैठक के दौरान प्रो. जसीम मोहम्मद ने शोध, नीति संवाद और जन जागरूकता के क्षेत्र में नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र के चल रहे विचार, कार्य, शोध और मिशन को श्रीमती पीटी ऊषा से साझा किया।

प्रो. जसीम मोहम्मद ने कहा कि पी. टी. उषा जी शक्ति, नेतृत्व और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक हैं। उनके विचार युवा पीढ़ी को 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगे। आपको बताते चले कि, नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र का शोध कमेटी का सदस्य तीन वर्ष के लिए बनना स्वीकार किया था।

प्रतिनिधिमंडल ने पीटी ऊषा से चर्चा में युवाओं को राष्ट्रीय लक्ष्यों से कैसे जोड़ा जाए और उन्हें आत्मनिर्भर और प्रगतिशील भारत में योगदान देने के लिए कैसे प्रेरित किया जाए।

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प्रो जसीम मोहम्मद ने कहा कि, “श्रीमती पी. टी. उषा जी के साथ हमारी बैठक में, हमने इस बारे में सार्थक चर्चा की कि कैसे महिलाएं और युवा 2047 तक एक मजबूत और विकसित भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। हमने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने के लिए नरेन्द्र मोदी अध्ययन केंद्र द्वारा किए जा रहे कामों को साझा किया और हम कैसे अधिक युवाओं को विकसित भारत के विचार से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”

प्रो दिव्या तंवर ने बताया कि, “सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज इस संदेश को जन जागरण के लिए स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में काम कर रहा है।

डॉक्टर जावेद रहमानी ने बताया कि, श्रीनगर में हो रहे राष्ट्रीय सेमिनार में अपने बहुमूल्य विचार साझा करने के लिए मुख्यवक्ता के रूप में आमंत्रित किया और हम आभारी हैं कि उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। उनकी उपस्थिति निश्चित रूप से इस कार्यक्रम को विशेष और प्रभावशाली बनाएगी।

नमो केन्द्र के प्रतिनिधिमंडल से वार्तालाप में ” पी. टी. उषा ने भी नरेन्द मोदी अध्ययन केंद्र के प्रयासों की सराहना की और सहमति व्यक्त की, कि युवाओं को शामिल करना भारत के भविष्य की कुंजी है। पी. टी. उषा ने कहा, “नमो केंद्र जैसी संस्था को बदलाव लाने के लिए इतने जुनून के साथ काम करते देखना उत्साहजनक है। मुझे नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र के दृष्टिकोण का समर्थन करने में खुशी है।