रेमेडिसिवर की बढ़ रही कालाबाजारी, मध्य प्रदेश में 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

भोपाल : कोरोना के इलाज में बेहद अहम माने जाने वाला रेमेडिसिवर इंजेक्शन की मांग बढ़ने के चलते इसकी कालाबाजारी की खबरें भी लगातार सामने आ रही है। अब ताजा खबर मध्य से सामने आई है। राज्य में रेमेडिसविर की ब्लैक मार्केटिंग के लिए 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। प्रदेश के गृह मंत्री ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर और भोपाल में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लागू किया गया है। जबलपुर, रतलाम और इंदौर में दर्ज शेष मामलों में आगे की कार्रवाई की जा रही है।

बता दें कि देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते अस्पतालों में स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते मौतें भी हुई। कोरोना के इलाज में कारगर माना जाने वाले इंजेक्शन की दुकानों पर कमी भी हो रही है। केमिस्ट की दुकानों पर रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। ऐसें  में देश के कोने-कोने से इसकी कालाबाजारी की खबरें आप और हम पहले भी सुन सुके हैं। ऐसे में डॉक्टर को भी सलाह दी गई है कि वह जल्दी से मरीज को इस इंजेक्शन को लेने को ना कहे।

उत्तराखंड में छापेमारी

उधर, उत्तराखंड में रेमडेसिविर और विभिन्न दवाओं की कालाबाजारी की शिकायत पर औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने शहरभर में छापेमारी की। शहर के जिन भी इलाकों से कालाबाजारी की शिकायतें सामने आई वहां टीम ने तमाम मेडिकल स्टोर में जाकर दवाओं की जांच व रिकार्ड चेक किया।

लुधियाना में तीन टीमों का गठन

वहीं लुधियाना में ऑक्सीजन और रेमिडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी न हो इसके लिए तीन टीमों का गठन किया है। दो टीमें जिले में आक्सीजन प्लांटों के उत्पादन और उसकी सप्लाई पर लगातार नजर रखेंगी जबकि एक टीम रेमिडिसिवर इंजेक्शन की आपूर्ति की निगरानी रखेगी।