प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 दिल्ली के विज्ञान भवन में सम्मानित किया गया।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित हर बच्चे को एक मेडल, एक लाख रुपये कैश प्राइज और सर्टिफिकेट मिलता है। इस साल बाल पुरस्कार से सम्मानित 11 बच्चों में छह लड़के और पांच लड़कियां हैं।
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वरिष्ठ पत्रकार चौधरी अफज़ल नदीम शाह की खास रिपोर्ट।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विज्ञान भवन में 11 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया। इनमें से किसी ने दूसरे की जिंदगी बचाने को अपनी जान दांव पर लगा दी तो कोई खेल, कला के क्षेत्र में धुरंधर है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार हर साल पांच क्षेत्रों- कला एवं संस्कृति, वीरता, नवाचार, समाज सेवा एवं खेलकूद में दिए जाते हैं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित हर बच्चे को एक मेडल, एक लाख रुपये कैश प्राइज और सर्टिफिकेट मिलता है। इस साल बाल पुरस्कार से सम्मानित 11 बच्चों में छह लड़के और पांच लड़कियां हैं। ये 11 बच्चे देश के 11 अलग-अलग राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से आते हैं। इन सभी बच्चों पर देश को गर्व है।
15 साल के रोहन रामचंद्र बहीर की वीरता के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान मिला। महाराष्ट्र के रहने वाले रोहन रामचंद्र बहीर ने डोमरी नदी में डूब रही महिला को बचाने के लिए जान पर खेल गए थे। महिला कपड़े धोने नदी में आई थी और पैर फिसल जाने से गिर गई थी। रोहन रामचंद्र बहीर ने देखा तो जान की परवाह किए बिना छलांग लगाकर 43 वर्षीय महिला हांथ पकड़ लिया। यही नहीं, उन्हें वीरता के प्रदर्शन पर इनाम में जो राशि मिली, उसे उन्होंने गांव के गणपति विसर्जन की खातिर दान कर दिया।
कला एवं संस्कृति श्रेणी में आदित्या सुरेष को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से नवाजा गया। उन्हें जन्म से बोन डिसऑर्डर डायग्नोज हुआ था। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। अपना पैशन फॉलो किया और सिंगर बने। वे टीवी चैनलों से लेकर 500 से ज्यादा इवेंट्स में परफॉर्म कर चुके हैं।
अनुष्का जौली को समाज सेवा श्रेणी में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिला है। उनकी कहानी बड़ी प्रेरणा देने वाली है। उन्होंने ‘एंटी बुलिंग स्क्वाड कवच’ नाम से एक ऐप बनाया है। इसके जरिए बुलिंग का शिकार हुए स्टूडेंट्स को पिछले चार साल से मेंटल हेल्थ काउंसलिंग दी जा रही है।अनुष्का ने डराने-धमकाने और साइबर बदमाशी से निपटने के लिए 10 लघु वीडियो वाला एक स्वंय गतिमान शैक्षिक ऑनलाइन कार्यक्रम विकसित किया है।उसने भारत के भीतर और बाहर विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के साथ भी सहयोग किया है।
छोटी उम्र में ही रिषि शिव प्रसन्न ने गजब काम किया है। उन्हें नवाचार श्रेणी में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया।रिषि शिव प्रसन्न का IQ 180 है और वह सबसे युवा सर्टिफाइड एंड्रॉयड एप्लिकेशन डेवलपर हैं। ‘एलिमेंट्स ऑफ अर्थ’ के नाम से किताब भी लिख चुके हैं।
12 साल की श्रेया भट्टाचार्य भी कला एवं संस्कृति श्रेणी में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित की गई है। वह तबला वादक हैं जिनके नाम पर ‘इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड्स’ में सबसे लंबे समय पर तबला बजाने का रेकॉर्ड है।
मिडडे गौरवी रेड्डी को भी कला एवं संस्कृति श्रेणी में अवार्ड मिला है। 2016 में वह सिर्फ 12 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय नृत्य परिषद(यूनिसेफ, ग्रीस) के लिए नामित हुई थीं।
कला एवं संस्कृति श्रेणी में ही संभव मिश्रा को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया गया है। उन्होंने नामी प्रकाशनों में बड़े-बड़े लेख लिखे हैं।संभव मिश्रा को लंदन की रॉयल एशियाटिक सोसायटी से फेलोशिप मिली हुई है। वह सोसायटी के 200 साल के इतिहास में सबसे कम उम्र के फेलो हैं।नवाचार श्रेणी में आदित्य प्रताप सिंह चौहान को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 मिला है। उन्होंने “माइक्रोपा” नाम से एक ऐसी किफायती तकनीक ईजाद की है जिससे पीने के पानी से माइक्रोप्लास्टिक को फिल्टर किया जा सकता है।प्रोजेक्ट “माइक्रोपा” माइक्रो- प्लास्टिक के लिए न केवल एक कुशल समाधान है, बल्कि लागत के दृष्टिकोण से भी प्रभावी है।
खेलकूद की श्रेणी में तीन बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। हनाया निसार जो जम्मू और कश्मीर आती है पिछले सात वर्षों से SQAY मार्शल आर्ट्स खिलाड़ी हैं।उन्होंने मात्र 12 साल की छोटी उम्र में चिंगजू,दक्षिण कोरिया में अक्टूबर 2018 में तीसरी विश्व SQAY मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और स्वंर्ण पदक जीता। कोलगतला अलन मीनाक्षि को शतरंज के लिए और 10 साल के शौर्यजीत रणजीतकुमार खैरे राष्ट्रीय स्तर के मल्लखंब खिलाड़ी हैं।गुजरात में आयोजित राष्ट्रीय खेलों 2022 में स्टैंडिंग पोल ओपन वर्ग में कांस्य पदक जीतकर समस्त खेलों में सबसे कम आयु के पदक विजेता बने।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विजेताओं को आत्मविश्वास विकसित करने का दिया सुझाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 विजेताओं के साथ बातचीत की. उनके साथ केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी और राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने सभी पुरस्कार विजेताओं को स्मृति चिन्ह भेंट किए. उनकी उपलब्धियों पर एक-एक करके चर्चा की, जिसके बाद पूरे समूह के साथ बातचीत हुई. उन्होंने अनौपचारिक माहौल में खुले दिल से बातचीत की. बच्चों ने प्रधानमंत्री से कई विषयों के बारे में कई सवाल पूछे. साथ ही उनके सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर प्रधानमंत्री से मार्गदर्शन मांगे.प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी बाल पुरस्कार विजेताओं को कई सुझाव दिये। जीवन में आगे बढ़ने के लिए छोटी समस्याओं को हल करके शुरुआत करें. धीरे-धीरे क्षमता का निर्माण करें. क्षमता बढ़ाएं और बड़ी समस्याओं को हल करने के लिए आत्मविश्वास विकसित करें. मानसिक स्वास्थ्य और बच्चों के सामने आने वाली समस्याओं के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने इस समस्या को दूर करने और ऐसे मुद्दों से निपटने में परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बात की.बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कई अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई, जिनमें शतरंज खेलने के लाभ, कला और संस्कृति को करियर के रूप में लेना, अनुसंधान और नवाचार, आध्यात्मिकता आदि शामिल हैं.
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर विशिष्ट परिस्थितियों में वीरता के लिए कुछ बच्चों की सराहना की।उन्होंने कहा, ‘आदित्या सुरेष पर गर्व है, जिन्होंने प्रतिरोध की उल्लेखनीय शक्ति दिखाई है। उन्हें हड्डी विकार का पता चला था, लेकिन वह मनोबल कम करने वालों में से नहीं हैं। उन्होंने गायन जारी रखा और आज वह एक प्रतिभाशाली गायक हैं। उन्होंने 500 से अधिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति दी है।’ मिडडे गौरवी रेड्डी के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह एक शानदार नृत्यांगना हैं, विभिन्न कार्यक्रमों में प्रस्तुति देती रही हैं और भारतीय संस्कृति को लेकर बहुत जुनूनी हैं। उन्होंने कहा, ”खुशी है कि उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया है। संभव मिश्रा एक बहुत ही रचनात्मक युवा हैं। उनके पास कई लेख हैं और उन्हें कई प्रतिष्ठित फैलोशिप भी मिल चुका है। मैं उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किए जाने पर बधाई देता हूँ।’सबसे लंबे समय तक वाद्य यंत्र बजाने का रिकॉर्ड रखने वाले तबला कलाकार श्रेया भट्टाचार्य की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें सांस्कृतिक ओलंपियाड ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स जैसे मंचों पर भी स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे रोहन रामचंद्र बहीर पर गर्व है, जिन्होंने नदी में कूदकर एक महिला को डूबने से बचाया। उन्होंने बड़ी वीरता और निडरता का प्रदर्शन किया। उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार2023 से सम्मानित होने पर बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं।