हरियाणा सरकार ने किए ब्लैक फंगस के उपचार के लिए पुख्ता इंतजाम, लोग इन बातों का रखें ध्यान

हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस के उपचार के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। इसी सरकार ने सबसे पहले ब्लैक फंगस-म्यूकरोमाइकोसिस को एक अधिसूचित बीमारी घोषित किया था। अब ब्लैक फंगस पर नियंत्रण के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। दादरी के उपायुक्त राजेश जोगपाल का कहना है कि, सरकार जो कर रही है, उसके साथ ही जरूरी है कि लोग भी अपने में लक्षण दिखाई देने पर लापरवाही न बरतें। उपायुक्त ने कहा कि, आंख और कान के आसपास दर्द या लालिमा, सिर दर्द, सांस लेने में परेशानी, मानसिक भ्रम, बुखार, खांसी एवं उल्टी में खून इत्यादि लक्षण दिखाई देते ही लोग चिकित्सक से संपर्क करें।

दादरी के उपायुक्त राजेश जोगपाल ने बताया कि, इस बीमारी से बचाव के लिए निर्माण स्थलों पर जाते समय मास्क का प्रयोग करें, मिट्टी, काई या खाद इत्यादि का कार्य करते समय जूते, लंबी पतलून, लंबी बाजू की शर्ट एवं दस्ताने पहनें। व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें तथा प्रतिदिन स्नान जरूर करें और खून में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित रखें। उपायुक्त जोगपाल ने कहा कि मरीजों के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी इंजेक्शन की आवश्यकता वाले सभी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग हरियाणा की वेबसाइट पर उपलब्ध दिशा-निर्देशों के अनुसार निर्धारित प्रोफार्मा को ई-मेल आइडी पर आवेदन करना होगा।

उन्होंने कहा कि कोरोना से ठीक होने वाले व्यक्ति व शुगर के मरीज अपने ब्लड ग्लुकोज का ध्यान रखें, स्टेरायड का इस्तेमाल चिकित्सक की सलाह पर सही खुराक और सही अवधि के साथ ही करें। ऑक्सीजन थैरेपी के लिए साफ और जीवाणु रहित जल का ही इस्तेमाल करें। एंटीबायोटिक और एंटी-फंगल दवाओं का सोच समझ कर इस्तेमाल करें। उपायुक्त ने जिला वासियों से अपील की है कि वे चेतावनी के संकेत और लक्षणों को अनदेखा न करें व लक्षण नजर आने पर इलाज में देरी न करें।